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रोनहाट, 07 मई: जेबीपी फाउंडेशन एक सामाजिक संगठन है, जिसका मुख्यालय उत्तराखण्ड के देहरादून ज़िले में स्थित है।

इसकी स्थापना ग्राम अटाल निवासी एस. एन. शर्मा द्वारा बैंक आफ इण्डिया से सेवा निवृत्ति के समय 20-12-2018, को अपने माता पिता और बड़े भाई स्वर्गीय बरजीत कुमार शर्मा की याद में ग़रीब परिवारों के होनहार छात्रों की आर्थिक सहायता हेतु की गई थी। ताकि आर्थिक तंगी के कारण गरीब परिवार के मेघावी छात्रों की पढ़ाई न छूटे।
जिला सिरमौर के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय नैनीधार में कार्यरत गणित के अध्यापक एवं जेबीपी फाउंडेशन के सदस्य रविंद्र पराशर ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रारम्भ एस एन शर्मा ख़ुद और केवल उनके अपने सयुँक्त परिवार के सदस्य ही मासिक रूप में अंशदान देते थे जिसको स्थानीय स्तर पर ही छात्रों में वितरित कीया जाता था । कालान्तर में शर्मा के बैंक अधिकारी मित्रों ने इसमें जुड़ने की इच्छा जताई और बैंक अधिकारियों के साथ साथ स्थानीय विशिष्ठ व्यक्तित्व भी जुड़ने लगे थे और आज इस संगठन में देश के प्रत्येक प्रान्त के 210 सदस्य है जिसमें 6 सदस्य , अमेरिका, इंग्लैण्ड, जर्मनी , यूएई और इंडोनेशिया से भी जुड़े हैं ।

एस. एन. शर्मा ने गत वर्ष के वित्तीय परिणाम घोषित करते हुए अपने सदस्यों के नाम लिखे पत्र में कहा कि उनके इस मिशन के माध्यम से गत पाँच वर्षों में 506 छात्रों को कुल 15.50 लाख की सहायता राशी उपलब्ध कराने में हम लोग कामयाब रहे। चूँकि संगठन की आर्थिक स्थिति बहुत मज़बूत है और छात्रों को वितरण हेतु बैंक में ₹16.00 लाख की लिमिट भी उपलब्ध है, जो एफ़डीआर के एवज़ में बनायी गई है अर्थात् आने वाले आवेदन पत्रों हेतु एकदम सुरक्षित स्थित है जो किसी भी आवेदन पत्र पर ₹10,000/- की राशी जारी करने के लिए भारत वर्ष के किसी भी राज्य के छात्रों के लिए हर समय उपलब्ध रहती है ।

उन्होंने बताया कि जेबीपी संगठन ग़रीब परिवारों के उन छात्रों की आर्थिक सहायता करता है जिनकी मासिक आय ₹7000/- से कम है और छात्र पिछली परीक्षा में कम से कम 80% अंक लाने में कामयाब रहा है। हालाँकि जिन परिवारों में कमाने वाले सदस्य की मृत्यु हो चुकी है , उनके परिवार में अगर छात्र ने 70% भी अंक लाए हो, तो भी छात्र को ₹10,000/- की राशी प्रदान की जाती है ।
इसके अतिरिक्त भी संगठन अपने स्थापना दिवस पर बेहतरीन सरकारी विद्यालयों में प्रत्येक क्लास टॉपर को ₹1100/- की प्रोत्साहन राशी वितरित करता है । यही नहीं अगर कोई ग़रीब परिवार का छात्र आईआईटी जैसी परीक्षा पास करता है तो भी उसके एडमिशन के लिये ₹10,000/- की राशी और बैंक से शिक्षा लोन दिलवाने में संगठन मदद करता है ।इसके अतिरिक्त अगर कोई ग़रीब परिवार का छात्र अपने इंटरब्यू आदि देने के लिए दूर दराज के क्षैत्र में जा रहा हो और घर पर धनाभाव के कारण नहीं जा पा रहा हो तो इस प्रकार के छात्र भी अगर अपने साक्षात्कार या परीक्षा का पूर्ण प्रमाण और आय सर्टिफिकेट उपलब्ध करवाता है तो उसको आने जाने , रुकने और खाने पीने का खर्चा संगठन तुरन्त उपलब्ध करवाता है। इसके अतिरिक्त अगर किसी विद्यालय में संगठन का कोई भी सदस्य कभी भी मोटिवेशनल स्पीच देता है तो वह उस विद्यालय के उत्कृष्ट छात्र को ₹2100/- की राशी देकर प्रोत्साहित कर सकता है ।

संगठन के चेयरमैन और मैनेजिंग ट्रस्टी एस. एन. शर्मा ने अपने पत्र के माध्यम से अपने संगठन के प्रत्येक सदस्य को सम्बोधित करते हुए कहा कि –
“आपके समर्पण, समय की पाबंदी और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना के बिना इस तरह के परिणाम संभव नहीं थे।आपको गर्व महसूस होना चाहिये कि पिछले 6 वर्षों के दौरान न तो हमने अपने द्वारा प्राप्त एक भी आवेदन को अस्वीकार किया और न ही हमारे सोशल मीडिया पेज पर हमारी कार्यप्रणाली के विरुद्ध एक भी प्रतिकूल टिप्पणी प्राप्त हुई। मैं पिछले 6 शानदार और प्रगतिशील वर्षों के परिणामों को आप सभी को समर्पित करता हूं, जो आप सभी के योगदान के बिना बिलकुल संभव नहीं थे।गत वर्ष हमने पाँच राज्यों में अपनी उपस्थिति दर्ज की और आगे हमे आशा ही नहीं बल्कि पूर्ण विश्वास है कि इस वर्ष हमारा संगठन देश के किसी भी राज्य से जरूरतमन्द छात्रों के आवेदन प्राप्त करेगा और हम उन सभी के सारथी बनकर उभरेंगे ।

अभी तक जिला सिरमौर के बहुत सारे विद्यालयों के मेधावियों को यह संगठन आर्थिक सहायता प्रदान कर चुका है जिसमे राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय नैनीधार, खड़काहन, कोटि-बोंच, बांदली-ढाढस सहित राजकीय उच्च विद्यालय शिल्ला, राजकीय प्राथमिक विद्यालय धारवा एवं अन्य बहुत सारे विद्यालयों के मेधावियों की पढ़ाई पूरी करने के लिए आर्थिक मदद प्रदान की है तथा निकट भविष्य में भी अन्य विद्यालयों के जरूरतमंद एवम होनहार छात्रों की मदद के लिए सदैव तैयार रहेगा।