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23 नवम्बर: सिरमौर जिला का ऐतिहासिक व उत्तर भारत में ख्याति प्राप्त अंतर्राष्ट्रीय श्री रेणुकाजी मेले का शुभारम्भ बुधवार को हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने किया। इस अवसर पर उद्योग, संसदीय मामले एवं आयुष मंत्री हर्षवर्धन चौहान भी साथ रहे।
कुलदीप सिंह पठानिया ने गिरि नदी के तट पर भगवान परशुराम की पालकी को कांधा दिया और शोभा यात्रा में भाग लिया तथा इसके पश्चात उन्होंने भगवान परशुराम मंदिर और माता रेणुका जी मंदिर में शीश नवाया। उन्होंने विभिन्न विभागों द्वारा लगाई विकासात्मक प्रदर्शनियों का अवलोकन भी किया। उन्होंने रेणुका स्थित रेणु मंच में 6 दिवसीय अंतरराष्ट्रीय रेणुका जी मेले की प्रथम सांस्कतिक संध्या की अध्यक्षता भी की।
रेणु मंच पर अपने सम्बोधन में विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि मेले सदियों से समाज में आदर्श स्थापित करते आए हैं और अनंतकाल तक पीढ़ियों को हमारी समृद्ध परंपराओं का बोद्ध करवाते रहेंगे। उन्होंने कहा कि हिमाचल देव भूमि है और वर्ष पर्यन्त यहां बहुत से मेलों का आयोजन होता है। उन्होंने कहा कि मेले हमारी सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ाने का सशक्त माध्यम हैं और आने वाली पीढ़ियों को हमें अपनी परंपराओं और रीति रिवाजों की जानकारी देना जरूरी है। उन्होंने कहा कि कोई भी समाज एक मजबूत संस्कृति के अभाव में उन्नति नहीं कर सकता है।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि छः दिनों तक यह चलने वाले इस ऐतिहासिक मेले के दौरान हिमाचल प्रदेश के अलावा उतरांचल, पंजाब तथा हरियाणा से हर रोज हजारों की संख्या में श्रद्धालु माता रेणुकाजी और भगवान परशुराम के प्रति अपनी अटूट आस्था का परिचय देते हैं। उन्होंने कहा कि मुझे माता रेणुकाजी और भगवान परशुराम जी की इस पावन धरती पर आकर मां श्री रेणुकाजी का आशीर्वाद प्राप्त करने का अवसर मिला इससे मुझे अलग सी अनुभूति हो रही है।
कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि भगवान परशुराम जी का माता रेणुकाजी से दिव्य मिलन से यह मेला आरंभ हुआ है और शानदार शोभायात्रा निकाली गईं है। देश भर से हजारों श्रद्धालु भगवान परशुराम और माता रेणुका जी के दिव्य मिलन के पावन अवसर के साक्षी बनें हैं।
उन्होंने कहा कि प्रबोधिनी एकादशी की पूर्व संध्या पर आयोजित होने वाले श्री रेणुका जी मेले का सदियों से अपना विशेष महत्व रहा है। मेले के दौरान दो बार पवित्र झील में स्नान करने की परंपरा भी है। उन्होंने कहा कि बेशक हिमाचल प्रदेश में अनेक अद्भुत झीलें हैं, लेकिन रेणुका झील का सौंदर्य और इतिहास अनुपम है।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र के लोग साल भर मेले का इंतजार करते हैं। इस दौरान एक ओर लोग अपने आराध्य देवी-देवता के दर्शन करते हैं वहीं एक ही जगह पर अपनी जरूरत की वस्तुओं की जमकर खरीददारी भी करते हैं। यह आयोजन स्थानीय उत्पादों को बेचने के लिये एक उपयुक्त मंच भी है इससे लोगों की आर्थिकी को भी संबल मिलता है। उन्होंने कहा कि मेले में विभागों ने प्रदर्शनियां लगाई हैं जिनके माध्यम से लोगों को सरकार की योजनाओं की जानकारी मिलती है।
विधानसभ अध्यक्ष ने जिला प्रशासन और श्रीरेणुका विकास बोर्ड द्वारा मेले की पारंपरिक गरिमा बनाए रखने और मेले को आकर्षक बनाने के लिए किये गए प्रयासों की सराहना भी की। उन्होंने मेले के अवसर पर प्रकाशित स्मारिका का विमोचन भी किया।
उद्योग, संसदीय मामले एवं आयुष मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने अपने सम्बोधन में कहा कि अंतर्राष्टीय श्री रेणुका जी मेला उत्तर भारत का प्रसिद्ध मेला है जहां हजारों श्रद्धाल आते हैं। उन्होंने कहा कि सिरमौर जिला की अपनी सांस्कृतिक विरासत है और जिला में मेलों और त्यौहारों का वर्ष भर आयोजन होता है।
उद्योग मंत्री ने प्रदेशवासियों का कांग्रेस पर विश्वास जताने के लिए आभार जताया। उन्होंने कहा कि हमने प्रदेश के लोगों से जो वायदे किये थे उनको चरणबद्ध ढंग से पूरा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के कर्मचारियों को ओपीएस का लाभ देने के साथ हमारी सरकार ने विभिन्न श्रेणियों के लगभग 15 हजार पद स्वीकृत करवाये हैं। उन्होंने हाटी क्षेत्र को जनजातीय दर्जा के लिए केन्द्र सरकार का धन्यवाद करते हुए कहा कि अभी इस विषय पर कुछ मामलों पर स्पष्टीकरण के लिए केन्द्र को मामला भेजा है जैसे ही स्पष्टीकरण मिलेगा इसे लागू किया जायेगा किन्तु अभी केन्द्र सरकार से कोई भी जवाब नहीं मिला है।
विधायक रेणुका जी विनय कुमार ने इस अवसर पर अपने सम्बोधन में प्रदेश सरकार की विभिन्न उपलब्धियों को गिनवाया।
उपायुक्त सिरमौर एवं अध्यक्ष श्री रेणुकाजी विकास बोर्ड सुमित खिमटा ने मुख्य अतिथि श्री केवल सिंह पठानिया को स्मृति चिन्ह, भगवान परशुराम जी की मूर्ति, लोइया और डांगरा भेंट कर सम्मानित किया। उन्होंने उपस्थित अन्य गणमान्य अतिथियों को भी शॉल और टोपी भेंट कर सम्मानित किया।
इससे पहले, उपायुक्त ने मुख्य अतिथि तथा अन्य गणमान्य अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि छः दिनों तक चलने वाले इस मेले में हर रोज हजारों श्रद्धालु आते हैं। इस बात को ध्यान में रखते हुए मेले के दौरान अनेक गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। दर्शकों का स्वस्थ मनोरंजन हो, इसके लिये मेले की सभी सांस्कृतिक संध्याओं को आकर्षक बनाने के प्रयास किये गये हैं।
उन्होंने कहा श्री रेणुकाजी विकास बोर्ड का सतत प्रयास रहा है कि आस्था और श्रद्धा से जुड़े इस रमणीक स्थल को श्रद्धालुओं के लिए सुविधाजनक बनाया जाए। उन्होंने 6 दिवसीय मेले में आयोजित होने वाली विभिन्न गतिविधियों की विस्तृत जानकारी भी दी।
विधायक पांवटा साहिब सुखराम चौधरी, कांग्रेस प्रदेश सचिव दयाल प्यारी, कांग्रेस जिला अध्यक्ष आनंद परमार, कांग्रेस मंडल अध्यक्ष तपेन्द्र चौहान, कांग्रेस प्रवक्ता रूपेन्द्र ठाकुर, कार्यकारी सीईओ रविन्द्र गुप्ता, रेणुका जी विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी एल.आर. वर्मा, एस.डी.एम. नाहन एवं सदस्य सचिव श्री रेणुकाजी विकास बोर्ड रजनेश कुमार, सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा गणमान्य लोग भी इस अवसर पर उपस्थित थे।