शिमला के मॉल रोड पर युवक के मर्डर में पुलिस ने आरोपी को हरियाणा से किया गिरफ्तार

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युवक मनीष की हत्या की वजह भी आई सामने

शिमला.27 फरवरी: हिमाचल की राजधानी शिमला के मालरोड पर पुलिस सहायता कक्ष के सामने रेस्टोरेंट के कर्मचारी की तेजधार हथियार (गंडासी) से हत्या करने वाले आरोपी को पुलिस ने दबोच लिया। पुलिस ने 30 साल के सतिंदर पाल नाम के आरोपी को हरियाणा के सिरसा से गिरफ्तार किया है। पुलिस उसे शिमला ले आई है। कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा। आरोपी के विरुद्ध पुलिस ने सदर थाना में आईपीसी की धारा 302 के तहत हत्या का मुकदमा दर्ज किया है।

हत्याकांड के बाद से आरोपी की तलाश में पुलिस की टीमें लगी हुई थी. मर्डर के बाद आरोपी चंडीगढ़ और वहां से सिरसा भाग गया था. उधर, शिमला में मर्डर के बाद सोमवार को देर रात तक परिजनों सहित लोगों का धरना प्रदर्शन चलता रहा.

जानकारी के अनुसार, शिमला के मॉल रोड पर पुलिस कंट्रोल के सामने एक रेस्टोरेंट में 21 साल के युवक मनीष पर हमला हुआ था. युवक घायल होने के बाद पुलिस कंट्रोल रूम पहुंचा था. मामले में आरोपी सत्येंद्र हरियाणा के सिरसा का रहने वाला है. पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आरोपी चोरी करने के इरादे से रेस्टोरेंट में घुसा था और इस दौरान मनीष ने उसे देख लिया.

इस के चलते उसने युवक मनीष पर हमला किया. इसके बाद, आरोपी ने वेक एंड बेक रेस्टोरेंट के नीचे जीरो डिग्री नाम से शॉप पर काम करने वाले युवक को फोन किया. पुलिस ने इस युवक सचिन को हिरासत में लिया है. आरोपी सत्येंद्र जीरो डिग्री रेस्टोरेंट में ही काम करता था

इस पूरे मामले में शिमला पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं. वहीं, परिजनों सोमवार को पूरा दिन पहले आईजीएमसी अस्पताल और फिर मॉल रोड पर पुलिस कंट्रोल रूम के बाहर धरना दिया. शिमला के एसपी संजीव गांधी ने मनीष के पिता सोहन सिंह से बात की और पूरी घटना की जानकारी उन्हें दी. इसके बाद एसपी कंट्रोल रूम के बाहर धरना दे रहे लोगों से भी मिले. लोगों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए. एसपी ने इस दौरान लोगों को पूरी वारदात की जानकारी दी और बताया कि वह खुद रात से इस केस में जुटे हुए हैं. हालांकि, अब पुलिस ने आरोपी सत्येंद्र को हरियाणा के सिरसा से गिरफ्तार कर लिया है.

शिमला के चौपाल के कुपवी के गांव (मालत) कोठी का मनीष उम्र (21) मॉल रोड पर वेक एड बेक रेस्टोरेंट में काम करता था. चिकित्सकों के मुताबिक अत्यधिक खून बहने से मनीष की मौत हो गई। दरअसल मनीष रेस्तरां में पार्ट टाइम नौकरी करने के साथ-साथ कंप्यूटर कोर्स भी कर रहा था। परिवार का वह इकलौता बेटा था।

आधी रात को आरोपी सत्येंद्र ने उस पर हमला किया था। घायल हाल में मनीष गंडासी लेकर वहां से भागा और 30-40 मीटर दूर पुलिस कंट्रोल रूम के दरवाजे पर पहंचा. यहा पर उसने कंट्रोल रूम के दरवाजे का शीशा तोड़ा. आवाज सुनकर पुलिस कर्मी बाहर निकले और उसे पास ही के आईजीएमसी अस्पताल लेकर पहुंचे लेकिन यहां मनीष की मौत हो गई.

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