बीती रात फिर भूकंप के झटकों से हिला हिमाचल
चंबा/ कांगड़ा,05 अप्रैल: 119 साल पहले यानी 4 अप्रैल 1905 में हिमाचल के काँगड़ा में भूकंप ने तबाही मचाई थी।
ओर बीते कल इसी दिन यानी 4 अप्रैल को चंबा में भी बड़ा भूकंप आया है,रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 5.3 रिकॉर्ड की गई है। लेकिन ईश्वर कृपा से सब कुछ सही सलामत है।
हिमाचल प्रदेश के शिमला, चंबा, कांगड़ा, मंडी, कुल्लू और हमीरपुर जिले में बृहस्पतिवार रात 9:35 पर भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। अचानक लगे झटकों के बाद लोग घरों से निकल कर खुली जगह पर पहुंच गए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.3 आंकी गई। हालांकि इन जिलों में किसी के हताहत होने की जानकारी नहीं है। उपायुक्त चंबा मुकेश रैप्सवाल ने बताया कि भूकंप के झटकों से जिले में किसी प्रकार के जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है।
प्रकृति ने इतिहास दोहराया है
हिमाचल प्रदेश के 4 अप्रैल के दिन 119 साल पहले विनाशकारी भूकंप आया था। और कांगड़ा में
भयानक तबाही मचाई थी। चार अप्रैल 1905 की सुबह आए 7.8 की तीव्रता वाले भूकंप में कांगड़ा व आसपास क्षेत्र में 20 हजार से ज्यादा इंसानी जानें चली गई थीं।
भूकंप से कांगड़ा और आस पास एक लाख के करीब इमारतें तहस-नहस हो गई थीं, जबकि 53 हजार से ज्यादा मवेशी भी भूकंप की भेंट चढ़ गए थे।
लेकिन आज हिमाचल में जिस कद्र पिछले 119 सालों में भवनों का निर्माण हुआ है उस हिसाब से अगर भूकंप आया, तो भारी तबाही मचा सकता है।